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बाल सफेद होने पर हम हेयर कलर या तो डाई का इस्तमाल करते है। या तो कोई शॉर्ट कट तरीका ढूंढते है। या तो हम डॉक्टर को मिलते है उनकी सलाह से बालों को कैसे बढ़ाएं और सफेद होने से रोका जाय जैसा वह कहते है वैसा ही हम करते है।
क्या वाकई में डॉक्टर की सलाह काम आती है? सिर्फ कुछ साल तक हम उसे अपने जीवन में उतार लेते है, जैसे ही उम्र बढ़ती जाती है वैसे ही हम भूल जाते है । अब तो ट्रेंड भी आ गया है सफेद बाल रखना, काले हो तो उसे कलर कर के सफेद कर लेना। अजीब बात है, ऐसी जानकारी आप तक पोहचाऊंगा की सिर्फ इससे छुटकारा भी मिल जायेगा और दिमाग शांत भी रहेगा।
कभी आपने सोचा है दक्षिण भारत के भारतीयो के बाल जल्दी सफेद नही होते नही उन्हें कभी कलर का इस्तमाल करना होता है और नाही कुछ दवाई लेनी होती है। इसका एक इंसान ने जवाब दिया था की वह मास मच्छी बोहत खाते है इस वजह से उनके शरीर में विटामिन बी 12 की कमी नही रहती।
बल्कि यह सच नहीं है। ऐसा होता हर इंसान मास मच्छी खाता जबकि काफी ऐसे भी भारतीय है जिन्होंने कभी मास को छुआ ही नही फिरभि उनके बाल काफी घने और सुंदर होते है।
ऐसा क्या लगाते है बालों में जिससे बाल सुंदर और घने रहते है।
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